एक कहानी जो मैं भी सुनाने जा रही हूँ। ये कहानी12 जनवरी की है। कैसे मेरे पापा के दोस्त ने आधी रात तक मम्मी को चोदा उसके बाद मुझे। मुझे थोड़ा भी शर्म नहीं आ रही है इस कहानी को शेयर करते हुए। कल की चुदाई याद रहेगी ज़िंदगी भर। आखिर ये सब कैसे हुआ क्यों हुआ वो सब बताने जा रही हूँ।
जब मैं दिल्ली में रहती थी और पापा दिल्ली में ही जॉब करते थे। पापा के एक दोस्त थे मनोज अंकल बहुत ही अच्छे इंसान था। मेरे घर में काफी आना जान था उनका पर हम लोग उनके घर कम जाते थे क्यों की आंटी को लगता था मेरी मम्मी के साथ मनोज अंकल का शारीरक सम्बन्ध है। पर मेरे पापा और मैं हमेशा मम्मी को सपोर्ट करते थे। क्यों की मुझे पता था उस समय पापा को भी बिश्वास था की मम्मी ऐसा कुछ भी नहीं करेगी। पर दोस्तों आज तो मैं यही सोच रही हूँ किसी पर बिश्वास नहीं करने चाहिए।
पापा तो अब दुबई में रहते हैं और अंकल भी अब दुबई ही जा रहे हैं। कल उनकी फ्लाइट थी लखनऊ से तो कानपूर से लखनऊ एक दिन पहले ही आ गए। हम तीनो मिलकर पुरानी बातों को शेयर किये। खाना खाये मजे किये। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। अंकल मेरे लिए एक मोबाइल भी लाये मुझे बहोत ख़ुशी हुई।
दिन बिता रात को खाना खाकर मैं नए मोबाइल की सेटिंग देखने लगी अपने नंबर सारे सेव करने लगी। काफी रात हो गई थी। मैं मगन थी मोबाइल देख कर उसके बाद मैं अपने मोबाइल पर नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां भी पढ़ी। मुझे बहुत ही ज्यादा हॉट लगता है इस वेबसाइट की सभी कहानियां। जब मैं पेशाव करने उठी तो दंग रही थी। अंकल मम्मी को चोद रहे थे दरवाजा तो बंद था पर खिड़की मम्मी ने गलती से खुली ही छोड़ दी थी। नाईट बल्ब जल रहा था इस वजह से सभी कुछ साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था। मम्मी को वो चोद रहे थे मम्मी की चूचियों को मसल रहे थे। मम्मी अपने पैरों से उनको फँसाई हुई थी और अंकल जोर जोर से चोद रहे थे हरेक धक्के पर मम्मी हाय हाय कर रही थी वो बहुत ही ज्यादा सेक्सी आवाज निकाल रही थी। सच पूछिए तो मुझे लगा मम्मी को कितना मजा आ रहा होगा।
दोस्तों मैं खुद पानी पानी हो गई। मुझे लगा की काश मुझे भी ऐसा मौक़ा मिलता क्यों की अठारह साल एक जनवरी को ही लगा है तू अब मुझे भी लंड का मजा लेने चाहिए। दोस्तों ये सोचकर ही मेरे पुरे शरीर में सिहरन पैदा हो रहा था। तभी मम्मी बैठ गई और अब अंकल लेट गए। और मम्मी अंकल का लौड़ा पकड़ कर चाटने लगी। अंकल मम्मी की चूचियां छू रहे थे। और मम्मी चाट रही थी उनके लंड को। दोस्तों उसके बाद वो ऊपर बैठ गई और लौड़ा पकड़ कर अपने चुत में ले ली और बैठ गई। उसके बाद गांड हिला हिला कर लौड़ा अंदर बाहर कर रही थी। मम्मी अंकल की छाती को सहला रही थी और अंकल मम्मी की चूचियों को अपने हाथ में लेकर खेल रहे थे।
फिर पांच मिनट के बाद मम्मी घोड़ी बन गई और अंकल पीछे से चोद रहे थे। उसकी समय अंकल ने मुझे देख लिया। मम्मी का फेस दूसरी तरह था पर अंकल मुझे देखे ही जा रहे थे। मम्मी कह रही थी आपके बिना और मेरा कोई नहीं जब आप मुझे पूरी जवानी चोदे हो। तो अब चालीस की हो गई हूँ। वैसे हो चोद रहे हो। क्या दम है आपमें। पहले भी आप पहले मुझे चोदते थे उसके बाद घर जाकर अपनी बीवी को चोदते थे। पहला मर्द देखि हूँ जो एक रात में दो दो औरत को संतुष्ट कर देते थे। मैं ये सब बात सुन रही थी। अंकल मुस्कुरा रहे थे थोड़े देर देर में एक थप्पड़ मम्मी के चूतड़ पर मारते और लौड़ा अंदर बाहर करते मम्मी सेक्सी आवाज निकाल रही थी। तभी मम्मी बोली तक गई हूँ। अब मेरे से नहीं होगा। और मम्मी बोली चूत में वीर्य मत डालना आप बाथरूम में जाकर मैथुन कर लो या निकाल लो बाथरूम में।
फिर अंकल लंड मम्मी के चुत से लंड निकाल लिए. और मम्मी तुरंत ही रजाई डाल ली अपने ऊपर। क्यों की मम्मी झड़ गई थी। वो तुरंत ही सो गई। अंकल बाहर आये और मुझसे धीरे से बोले की निकाल दूँ बाथरूम में या तुम मुझ,,,,,,,,,,,,,,, मैं सोची क्या बोलूं मेरी तो चुत गरम हो गया था पानी पानी हो गया था। मैं बोल दि नहीं मत गिराओ। वो बोले ठीक है मैं दस मिनट में आऊंगा। वो बाथरूम गए पेशाव करने और वही दस मिनट लगा दिए। वापस आये तो मैं अपने कमरे में थी। वो मम्मी के पास जाकर दो बार पुकारे पर मम्मी सो गई थी वो कुछ भी नहीं बोल रही थी। अंकल ने बाहर से दरवाजा लगा दिया मम्मी के कमरे का और फिर मेरे कमरे में आ गए।
अब आते ही उनको जवान लड़की मिली थी। ऐसा सौभाग्य सब को नहीं मिलता की अपने से आधे उम्र की लड़की को चोदने का मौक़ा मिले। दोस्तों वो मुझे बाहों में भर कर बेड पर पटक दिए और तुरंत ही सारे कपडे उतार दिए। पहले तो मेरी छोटी छोटी चूचियों को खूब मसला और फिर गांड में ऊँगली की होठ चूसे और फिर लौड़ा चूत पर लगा दिए। दोस्तों अब उनका लौड़ा पहले से भी ज्यादा मोटा हो गया था शायद जवान चुत और चूचियों को देखकर ऊपर से गुलाबी होठ।
दोस्तों अब वो मुझे चोदना शुरू कर दिए मेरे रोम रोम खिल उठा था। चूचियां टाइट हो गई थी चूत से आग निकल रही थी यानी चुत बहुत ही ज्यादा गरम हो गया था। वो मुझे अपने में समेट लिए थे और चुत में लौड़ा दे रहे थे। मेरे मुँह से भी वैसा ही आवाज निकल रहा था जैसे मम्मी का। दोस्तों मैं गांड उठा उठा कर ले रही थी उनके लंड को मैं बार बार आह आह कर रही थी। मजा आ रहा था।
अंकल ने मुझे कामसूत्र के कई स्टेप से रात भर चोदा और मुझे संतुष्ट किया। आज ही वो दुबई के लिए निकल गए है. पर अभी मैं उनको बहुत मिस कर रही हूँ। अब खुद ही किसी लड़के को पटाउंगी ताकि वो मेरी चुत की गर्मी शांत करता रहे। दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम लेके आउंगी। धन्यवाद.