बात उन दिनो की है जब मैं कंप्यूटर सेंटर मे पढ़ाता था, मेरे एक स्टूडेंट थी नीतू, उसकी चूची देखकर तो किसी का भी मन डोल जाए, जब तक वो क्लास नही आती थी मुझे मन नही लगता था, क्यूंकी मैं किसी ना किसी बहाने मे उसके चूच को जरुुर् छूता था, कभी हाथ से कभी केहुनि से, एक दिन मैने अपना हाथ कम से कम सेकेंड के लिए रख दिया उसने कुच्छ भी नही कहा मेरा हिम्मत बढ़ गया, अब तो रोज साइज़ कितना है उतना तक महसूस करने लगा, अब क्या था, एक दिन मैने पुछ लिया , नीतू तुम्हे बुरा तो नही लगता है, मैं तुम्हारे…… समझ गयी. हा……… नीतू ने जवाब दिया, उसने कहा नही बुरा नही लगता, हमे भी अच्छा नही लगता जब तक आप छूते नही हो, मुझे तो मानो जन्नत मिल गया, मेरा दिल और मेरा लंड दोनो ख्वाब देखने लगा, की बस समय आ गया अब चोद्ने का वक्त आ गया है, पहले तो सिर्फ़ नज़र से फिर हाथ से फिर अब लंड से प्यास बुझाने का वक्त आ गया. एक दिन ह्मने उसको पहले ही कह दिया नीतू हमलोग कल घूमने चलेंगे, पर वो कहने लगी नही सर मैं नही जा सकती मेरे पापा कही भी जाने नही देते अगर आप कुच्छ बहाना बना सकते हो तो बात मैं करा दूँगी क्यों की आप टीचर हो कुच्छ बता देना मैं कहा ठीक है, उसने अपने पापा को फोन लगाया और मैने बात की, “नीतू कल हमारे कोचिंग की तरफ से एक कॉम्पीटिशन मे भाग लेगी, उसको कल बाहर जाना पड़ेगा, अगर आप कहते है तो ठीक है नही तो हमे किसी और को ले जाना पड़ेगा, क्यों की नीतू कह रही थी की पापा हमे जाने नही देंगे. नीतू के पापा ने कहा ” नही सर ले जाओ, पढ़ाई के लिए थोड़े ना मना करता हू, आपको तो पता है सर जमाना खराब है, इसलिए बच्चो को कह देता हू. खैर आप ले जाईए, कब तक वापस आएगी. मैने कह दिया शाम हो जाएगा क्यों की २ बजे से है, सुबह आकर क्लास मे प्रॅक्टीस करेगी फिर जाएगी.
बस क्या था बात बन गयी, नीतू दूसरे दिन लाल कलर की सूट मे आ गयी जहा मैने बताया था मिलने के लिए, वो मस्त लग रही थी, वो पूरी तरीके से तैयार थी, आज तो और भी सेक्सी लग रही थी,
बस वो मेरे बाईक के पीछे बैठ गयी और हमलोग के देल्ही मे पहाड़गंज एरिया है, वाहा पहुच कर एक होटेल का कमरा किराया पर लिया, और दरवाजा बंद करते है बस टूट पड़ा|
अरे आराम से आज तो पूरा दिन है मेरी जान “नीतू ने कहा”
मेरे पास तो टाइम है नीतू लेकिन मेरे लंड को कौन समझाए ये प पागल हो रहा है, जब से तुम्हारा चूच मेरे पीठ मे रगड़ खा रहा था, तब से ही ए परेशान है.
“कोई बात नही, उसका हक है लाओ मैं समझा दूँगी” और वो मेरे पैंट का चैन और हुक खोलकर जंघिया के उपर से निकाल कर किस कर लिया” और बोली “रुक जा परेशन ना हो, मैं तुम्हे तुम्हारे दोस्त से मील्बाउन्गि रुक जा थोड़े देर, क्यों की तुम्हारी दोस्त भी तड़फ़ रही है, पानी पानी हो रही है, आज इन अठारह साल मे कोई दोस्त मिलने बाला है.
और फिर वो मेरे लीप को चूसने लगी और मैं भी कस के अपनी बहो मे भरकर उसे चूमने लगा, उसकी आँखे लाल लाल और होठ गुलाबी हो रहे थे और चूचिया टन रही थी. मैने उसके चूतड़ को पकड़ के अपने लंड से सटा दिया अब उसका बुर और मेरा लंड रगड़ खा रहा था, वो तेज तेज साँसे ले रही ही और मैं उसको बेड पे सुला दिया और उपर चढ़कर मैं उसके फिर किस और चूच दबाने लगा.
“छोड़ो ना प्लीज़ क्या कर रहे हो, उपर से अपने कपड़े उतारो ना प्लीज़, फिर मैने अपना कपड़ा उतार के मैं उसका भी पूरा कपड़ा उतार दिया अब तो क्या बताऊ क्या चीज़ थी, मस्त दो ३४ के साइज़ के चूच, पेट ऐसे लग रहा था जैसे कोई साउथ इंडियन हेरोयिन हो, उसका कमर क्या बात थी यार, छोटे छोटे बुर पे बाल, और पूरा शरीर एक दम बेदाग.
मैने उसके चूच को मूह मे लेले निपल को दाँत से हल्का हल्का दबाने लगा, तो निपल एकदम टन गया, और वो सिसकिया निकालने लगी, क्या कर रहे हो. धीरे धीरे प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज, आराम्म्म्मम से मेरे राजा, चोद दो आज, आज इतना चोदो की बुर फॅट जाए”
मैने उसके दोनो पैर को तोड़ा उपर किया और उसके दोनो पैरो के बीच मे बैठकर मैने अपने लंड को उसके बुर के मूह पे लगा के थोड़ा धक्का लगाया तो वो कहने लगी “दर्द हो रहा है” धीरे धीरे प्लीज़, मैने बाहर कर लिया और अपना थूक अपने लंड मे लगा के फिर बुर पे रखा उसका बुर एकदम गरम था और पानी पानी हो रहा था, मैंने कस के धक्का लगाया और पूरा लंड उसके बुर मे चला गया वो छटपटाने लगी, मैं कहा हिलो नही और दो मिनिट तक वैसे ही रहा, फिर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा, वो मज़ा लेने लगी, और मैं भी चूच पकड़ के उसके बुर मे अपना लंड अंडर बाहर करने लगा, वो भी झटके दे दे के चुद्वा रही थी, और आहह उहह, आहह उहह, हआइई, मरररर गइई, चुद गइईईईईईईईई, फॅट गइईईईईईईईईई, मैने भी कस कस के देना शुरू किया, और करीब ३० मिनिट तक चोद्ने के बाद मेरा वीर्य उसके बुर मे ही झड़ गया, और वो शांत हो गयी, वो ना तो हिल रही थी ना डुल रही थी, हम दोनो करीब ३० मिनिट तक एक एक दूसरे को पकड़ के लेटे रहे और बाद मे कपड़े पहन लिए फिर लंच माँगाया, फिर खाने के बाद फिर लिया, करीब ७ घंटे तक होटेल मे रहे और ३ बार उसको चोदा, फिर क्या था जब भी मौका मिलता है चोद लेता हू, वो भी बड़ी चुड़क्कड़ है, वो तुरंत ही तैयार हो जाती है, आपको कैसा लगा आप नीचे कॉमेंट ज़रूर करे प्लीज़, दूसरे स्टूडेंट के साथ की भी कहानी जल्द ही पोस्ट करूँगा|