Kaamwali Sex Story :मेरा नाम रोहन है मेरी उम्र 26 साल है मैं दिल्ली में रहता हूँ। आज मैं आपको नॉनवेज स्टोरी पर अपनी एक हॉट सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ। कैसे मैनें अपनी हॉट और सेक्सी वर्जिन कामवाली जिसका नाम है गौरी उम्र 19 साल गेहुआ गैंग 5 फुट लम्बाई, बड़ी बड़ी पर टाइट चूचियां सेक्सी, कमर पतली सीना चौड़ा जांघें गोल गोल। गांड की उभार बाहर की तरफ चलते हुए हॉट सेक्सी हिरणी की तरह लगती है।
कई बार भगवान् गरीब घर में भी ऐसी लड़कियां पैदा कर देते है। जो इतनी हॉट और सेक्सी होती है। अगर यही लड़की किसी आमिर के घर होती तो मॉडल भी फेल होती इतनी सेक्सी और हॉट है गौरी। दोस्तों मेरे यहाँ काम करने उसकी माँ आती है। उसके माँ का स्वभाव बहुत अच्छा है वो मुझे भी बहुत मानती है इज्जत देती है। मैं यहाँ पर अपनी पत्नी के साथ रहता हूँ और सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ।
अभी मेरी पत्नी मायके गयी है क्यों की उनके पापा का तबियत ठीक नहीं है। तो मैं भी बोल दिया हूँ रह लो आराम से एक दो महीने। अभी तो ऑफिस भी नहीं जा रहा हूँ घर से ही काम करता हूँ तो कोई दिक्कत नहीं है। तो वो गौरी की मम्मी की बोल कर चली गयी की मेरा अच्छे से ध्यान रखने। और ध्यान भी रखने लगी। मुझे किसी चीज की कमी नहीं हो इसके लिए बार बार मेरे से पूछते रहती।
गौरी की मम्मी सुबह आती और सारा काम कर के मेरे लिए खाना बना के जाती। तीन चार दिन बाद वो बोली की कल से मैं नहीं आउंगी मुझे गाँव जाना है गौरी के पापा बोल रहे हैं गाँव में खेतों का बंटवारा होना है इसलिए थोड़ा टाइम लगेगा। तो मैं बोला मेरा क्या होगा बीवी भी गाँव चली गयी और आप भी जा रहे हो तो कैसे खाऊंगा घर की साफ़ सफाई ये सब कैसे होगा।
वो हंसने लगी कहने लगी गौरी कल से आएगी। और एक बात और कहना चाह रही हूँ। जहाँ मैं रहती हूँ वो सही जगह नहीं है शाम को आवारा लड़के घूमते है। जवान लड़की घर में अकेली रहे तो अच्छी बात नहीं कुछ ऊंच नीच हो जाये तो मुँह नहीं दिखा पाऊँगी। इसलिए अगर आपको दिक्कत नहीं हो तो। गौरी तो दिन भर यही काम करेगी और शाम को घर जाती। और फिर सुबह आती। अगर आप कहें तो रात को यही रुक जाये तो?
वो अकेली कैसे रहेगी। मुझे डर लग रहा है। इसलिए यही रह जाती मैं थोड़े दिन में ही आ जाउंगी फिर तो कोई बात ही नहीं है। मुझे लगा इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। एक जवान लड़की घर में रहे तो काम से कम आँख से सेंक सकता हूँ मूठ भी मार सकता हूँ याद करके जब वो पोछा लगाएगी उसकी चूचियां दिखेगी मजा आ जाएगा। क्यों की एक दो बार वो आई है काम करने बड़ी बिंदास है। दुप्पटा नहीं लेती है काम करते समय तो दर्शन होते रहता है।
मैंने कह दिया कोई बात नहीं। मेरे लिए तो अच्छा ही होगा मुझे क्यों बुरा लगेगा। और दोस्तों दूसरे दिन ही गौरी आ गई काम करने और एक थैले से कुछ कपडे लेकर। दिन भर काम की खाना बनाई खुद खाई मुझे खिलाई। बहुत अच्छे से बिता दिन भर। उसकी मुस्कान को देखकर और उसके अदाएं को देखकर मैं दिन भर फ़िदा ही रहा।
रात को वो बोली मैं कहा सोऊँ ? मुझे तो डर लगता है अकेले सोने में मैं तो हमेशा मम्मी के साथ सोती हूँ। तो मैंने कहा सो जा मेरे साथ। तो वो बोली अरे नहीं नहीं भाभी मुझे जान से मार देगी। और ये अच्छी बात भी नहीं है। कहा मैं काम वाली बाई और आप मालिक। मैं आपके सामने दरवाजे के बाहर सो जाउंगी। मैं कहा नहीं गौरी तू मेरे कमरे में सो जाओ अगर नहीं चाहती हो साथ सोने तो।
तो वो बोली अगर साथ सो गयी तो आपको कोई दिक्कत तो नहीं होगी ? मैंने कहा नहीं नहीं मुझे नहीं होगी तुम देख लो तुम्हे दिक्कत तो नहीं होगी। तो गौरी बोली पर आप किसी को ये बात नहीं बताओगे। मैं समझ गया बात आगे जा सकती है। मैंने कहा तुम भी किसी को नहीं बताना। वो बोली मैं क्यों बताउंगी ? पर मैं कुछ करने नहीं दूंगी और हसने लगी। मैं समझ गया तय जरूर चाह रही है कुछ।
मैं बोला क्यों नहीं करूंगा जब साथ सोयेगी तो बहुत कुछ हो सकता है। आदत है मेरी नींद में। कुछ भी कर सकता हूँ। तो वो बोली ठीक है नींद में कुछ भी कर लेना पर ऐसे जागते हुए कुछ नहीं करना। मैंने कहा हां हां वही तो नींद में ही करूंगा कुछ जागते हुए कुछ नहीं करूंगा.
और हसने लगी पर डरने भी लगी। उन्होंने कहा बस बर्तन रख कर आती हूँ। वो किचन में गयी किचेन समेट कर सारे दरवाजे चेक कर के आ गयी। और बोली दस बज गए है। अभी भी काम ही करोगे। मैं उस समय ऑफिस का जरुरी मिल लिख रहा था। मैं कहा नहीं नहीं बस पांच मिनट। और वो मेरे बेड पर आकर लेट गई और मैं तुरंत ही अपना लैपटॉप रखा पेशाव करने गया और पानी पीया।
वापस आया लाइट बुझाने लगा तो वो बोली नहीं नहीं थोड़ा रौशनी कर दो। मुझे अँधेरे में नींद नहीं आती है। मैं नाईट बल्ब जला दिया. वो मुस्कुरा रही थी। मैं आकर लेट गया वो मुझे घूरने लगी। उसकी साँसे तेज तेज चल रही थी। ऊपर से दुप्पटा नहीं ली थी तो उसके समीज से चूचियां पहाड़ की तरह खड़ी थी और जब सांस लेती उसकी चूचियां ऊपर निचे होती। उसके होठ गुलाबी हो रहे थे।
मैंने कहा तुम तो आग हो। बहुत हॉट हो। तो वो बोली क्यों आप क्या मोम हो जो पिघल रहे थे। और हसने लगी। मैंने कहा अरे तुम्हे तो बहुत बोलने आता है। तो उसने कहा और भी काफी कुछ आता है। मैंने कहा और क्या आता है। तो बोली बाद में बताउंगी और फिर बोली एक बात बताओ ? आप कभी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़े हो मैंने कहा हां बहुत हॉट और सेक्सी वेबसाइट है। नई कहानियां आती है रोजाना। तो वो बोली मैं भी पढ़ती हूँ।
मैंने कहा फिर? तो वो बोली बहुत मन करता है करने का। मैंने कहा क्या ? वो बोली सेक्स। और उसमे होठ कांपने लगे। मैं उसके करीब गया और होठ को चुने लगा वो चुपचाप हो गयी। मैंने कहा अगर तुम्हारी इजाजत हो तो ??? तो वो बोली ठीक है। यानी ग्रीन सिग्नल दे दी। और मैंने उसके होठ पर अपना होठ रख दिया। फिर क्या था दोस्तों वो बहुत ही सेक्सी है। वो मुझे ऐसे किश करने लगी मानो सनी लिओनी कर रही हो। मैंने उसके चूच को दबाने लगा।
उसने मेरे कपडे उतार दिए और फिर से लेट गयी वो मेरे सीने को सहलाने लगी। मेरे लंड पकड़ लिए। मैंने तुरंत ही उसके कपडे उतार दिए। बड़ी बड़ी गोल गोल मस्त चूचियाँ देख कर मैं पागल हो गया। कभी पीता तो कभी दबाता कभी निप्प्प्ल मसल देता। उसकी चूत तुरंत ही गीली हो गयी। मैंने उसके ऊपर चढ़ गया।
पहले खूब चूमा फिर बोब्ब्स दबाये पीया। उसके बाद चूत चाटा वो पागल हो गयी थी वो अपनी तरफ खींच रही थी। सहला रही थी अपना बूब्स खुद ही मेरे मुँह में दे रही थी। मैं लूट रहा था उसके जिस्म को कभी ये कभी वो। उसके बाद उसकी नशीली आँखे लाल हो गयी थी। मैं दोनों पैरों के बिच में जाकर पहले उसकी चूत करीब बिस मिनट तक चाटा। फिर मैं ऊँगली डाली। फिर रस निकाल निकाल कर चाटा।
फिर अपना मोटा लौड़ा उसके चूत पर सेट किये और फिर घुसा दिया उसके चूत में। फिर तो वो पागल हो गयी कभी दांत पिसती कभी अंगड़ाई लेती कभी लम्बी साँसे लेती छोड़ती। कभी आँखे बंद कर लेती कभी अपने में चिपका लेती।
कभी वो निचे कभी मैं कभी घोड़ी बना कर कभी खड़े कर के कभी लिटा कर कभी ऊपर चढ़ा कर। दो घंटे तक चोदा खूबसूरत गौरी को। खूब मजे लिए उसने भी मजे लिए दोनों संतुष्ट हो गए और बाहों में बाहे डाल कर दो गए। वैसे ही नंगे।
उसके बाद तो आज आठवां दिन है दोस्तों आठ दिन में करीब चालिश बार चोद चुका हूँ। दोनों पति पत्नी के तरह रह रहे है और चुदाई कर रहे है एक खूबसूरत कामवाली की।