सभी दोस्तों को आसिफ का सलाम वालिकुम. मैं कई सालों से नॉन वेज स्टोरी का रेगुलर पाठक रहा हूँ. यहाँ की सेक्सी कहानियों में एक अजीब सा नशा है. फ्रेंड्स मैं रात में जब भी सोने जाता हूँ तो नॉन वेज स्टोरी की सेक्सी कहानियाँ जरुर पढता हूँ. इन कहानियों को पढ़े बिना मुझे चैन नही आता है. तो फ्रेंड्स, आज मैं भी फैसला किया है की आपको अपनी कहानी मैं भी जरुर सुनाऊंगा.
मैं आसिफ अमृतसर का रहने वाला हूँ. यहाँ के नवाती मोहल्ला में मेरा घर है. मेरे अब्बू और अम्मी दोनों बैंक में नौकरी करते है. अब्बू मेनेजर है और अम्मी क्लर्क है. घर पर मैं और मेरी जवान बहन ही रहती है. मैं घर का जादातर काम करता हूँ. घर पर मेरी बड़ी प्यारी और खूबसूरत की बहन है आलिया. वो अभी १३ १४ साल की है और १० वी में पढ़ रही है. दोस्तों, कुछ साल पहले तक मैं भी १२ वी में था. हम दोनों भाई बहन छोटे थे और जादा वक्त एक साथ बिताते थे. मेरे अब्बू और अम्मी तो अपनी ड्यूटी पर चले जाते थे. इसलिए हम भाई बहन घर पर अकेले रह जाते थे. कुछ साल पहले तक तो आलिया कमसिन और नादान थी, पर जैसे जैसे हम दोनों बदने लगे, हमारे जिस्म, बदन, और मन में तरह तरह के परिवर्तन आते गए. मेरी लम्बाई बढ़ गयी. मैं अपने पापा जितना ६ फुट का लम्बा हो गया. उधर मेरी बहन जवान हो गयी. उसके बदन में बड़े परिवर्तन आ गए. एक तो उसकी लम्बाई बहुत बढ़ गयी.
दूसरे अब उसका जिस्म थोडा भारी हो गया. उसकी छाती चौड़ी हो गयी. और उसके २ मस्त मस्त कबूतर जैसे मम्मे निकल आये. मैं तो दिन रात आलिया के सामने ही रहता था, इसलिए उसके बहन में हो रहें हर परिवर्तन को मैं भली भाति रिकॉर्ड कर रहा था. फिर कुछ दिनों बाद मुझको ब्लू फिल्मो और चुदाई के बारे में पता चल गया. अब मैं १५ या १६ साल का था, मैं रात में छिप छिप कर गंदी फिल्मे देखने लगा. मेरी बहन आलिया मेरे कमरे में ही सोती थी. जब वो गहरी नींद में सोयी होती थी, तक मैं dvd प्लयेर पर गंदी फिल्मे लगाकर देखता था. उस समय आज की तरह लैपटॉप या स्मार्टफोन नही हुआ करते थे. सभी लोग डी वी डी में ही चुदाई की फिल्मे देखा करते थे. धीरे धीरे दोस्तों, मैं मुठ मारना भी सीख गया. मेरे हरामी दोस्तों, ने मुझे ये सिखा दिया.
मेरे बहन मेरे कमरे में सोती रहती और मैं बत्ती बुझाकर मुठ मरता रहता. कई बार तो मन करता ही अपनी सगी बहन आलिया को चोद लूँ. फिर डरता की अगर अम्मी अब्बू को पता चला तो कितनी बेइज्जती होगी. वरना मेरा लौड़ा तो यही कहता की जब गर्म चूत तुम्हारे कमरे में मौजूद है तो मुठ क्यों मारते हो. अपनी बहन आलिया को चोद क्यूँ नही लेते. दिन गुजरते रहें, पर मैं अपनी बहन को चोद नही पाया. क्यूंकि मैं डरता बहुत था. मेरी गाड़ बहुत फटती थी. दोस्तों, एक दिन मेरी जवानी की दहलीज पर आ चुकी बहन सो रही थी. उस वक्त रात के १ बजे थे. पता नही क्यूँ मुझे उस रात नींद नही आ रही थी. सयद मैं दिन में सो लिया था. मैं आलिया की तरफ देखा तो उसका सूट एक दूसरी तरह भाग गया था. उसके मस्त स्तनों के दीदार मुझको हो रहें थे. मैं चुप चाप उठ बैठा. जब जब आलिया करवट लेती थी , उसके मस्त चूचों के दीदार मुझको हो जाते थे.
ये जवानी , ये खुमारी देखकर मैं आप खो दिया. मेरा हाथ मेरी चड्ढी में चला गया. मैं लंड में फेटने लगा. जब तक मैं कुछ और सोचता आलिया से दूसरी ओर करवट ले ली. उसका मस्त पिछवाडा, उसकी बड़ी सी गोल गोल गांड मुझको दिख गयी. मैं उसके पास चला गया. उसके २ बड़े बड़े गोल गोल मटोल चूतडों को सहलाने लगा. आलिया सोती रही. मैं सहलाने के मजा लेता रहा. खुदा कसम दोस्तों, यही दिल कर रहा था की आज सब रिश्ते नाते भूल जाऊं. और अपनी बहन को चोद लूँ, इसको चोद चोद के अपनी रखेल, अपनी बीवी, अपनी रंडी बना लूँ,. पर मैं दुनिया से बड़ा खौफ खाता था. पर मैं अपनी बहन आलिया के दोनों मस्त गोल मटोल चूतडों को सहलाता रहा. डर भी लग रहा था की कहीं जब ना जाए. पर आलिया सोती रही. मेरी हिम्मत और बड़ी. कुछ मिनट बाद आलिया पलती और उसके दोनों चूचे फिर मेरे सामने आ गए. मैंने अब हाथ उसके चूतडों से उठाकर उसके सूट में डाल दिया. उसके दोनों सफ़ेद कबूतरों को हाथ में ले लिया और चुने सहलाने लगा.
बराबर डर लग रहा था कहीं आलिया जग ना जाए. पर वो नही जगी. मेरी हिम्मत और बढ़ी. मैं उसके दुधिया कबूतरों से खेलने लगा. हल्का हल्का दाबने लगा. खुछ देर बाद मेरा उसकी उसकी सलवार पर चला गया. मेरा हाथ उसकी बुर पर चला गया. सलवार के उपर से उसकी चड्ढी के अंडर उसकी बुर पर मैं हाथ रखा तो बड़ा गर्म गर्म लगा. आज पहली दफा मुझे पता चला की किसी लौंडिया की बुर कितनी गर्म होती है. मैं सलवर के उपर से उसकी चूत सहलाने लगा और आलिया जग गयी.
भाईजान, ये क्या कर रहें हो?? आलिया बोली
दोस्तों, मेरी तो गांड फट गयी. मैं अँधेरे में अपने बिस्तर पर भागा पर पर आलिया से लाइट जला दी. मैं अपनी रजाई में घुस पर छिप पाता इससे पहले आलिया ने लाइट जला दी.
भाईजान साफ साफ बताओ वरना मैं जाकर अम्मी को इसके बारे में बता दूंगी?? आलिया बोली. मेरी तो गांड फट गयी. मेरे पैरों से जमीन खिसक गयी.
वो बहन! वो !! मैं ह्क्लाने लगा. मेरी समझ में नही आ रहा था की मैं आलिया से क्या कहूँ.
आलिया! मैं तुझको चोदना चाहता था! आखिर मैं सच सच कह दिया.
चोदना?? ये क्या बला है ?? आलिया से पूछा
चुदाई के बारे में मुझे अभी ही पता चला है. १ सेकंड रुक! मैंने कहा और दौडकर गया और मैंने टीवी में एक गन्दी चुदी चुदौवल वाली पिक्चर चलने लगी. आलिया आँख फाड़ कर चुदाई टीवी में देख रही थी. २ ३ दिन हम भाई बहन इसी तरह रात में अम्मी अब्बू से चिकपे चुदाई देखते थे. धीरे धीरे आलिया को ये गंदी पिक्चर देखने में मजा आने लगा. २ हफ्ते बीते हूंगे की हम भाई बहन जो लग भग लगभग एक ही उम्र के थे, साथ में चुदाई और ठुदाई की पिक्चर देखने लगे. ये सिलसिला कुछ महीने चला. आलिया ने मेरी वो वाली बात अम्मी अब्बू को नही बताई थी. इस पर मैं बहुत खुश था.
भाईजान! हम भी चुदाई चुदाई खेले?? एक दिन आलिया बोली
हाँ हाँ मैंने कहा. दोस्तों, मैं तो अपनी बहन को पहले से ही चोदना चाहता था. अब मैं उसके पास चला गया और उसको चूमने चाटने लगा. मैं फिर से एक ठुकाई वाली फिल्म लगा दी. आलिया तो आज चुदाई ठुकाई खेलना चाहती ही थी.
आलिया अपना सूट तो निकाल! मैं बोला.
बहन आलिया ने सूट निकाल दिया. २ मासूम बेहद नरम गोले मेरे सामने आ गए. मैंने उसको बिस्तर पर लिटा दिया. अपनी बहन के मम्मो को हाथ में ले लिया. हाय , मेरी बहना इतनी जवान और खूबसूरत है. मैं सोचने लगा. कुछ देर तक मैं उनको हाथ में लेकर सहलाता रहा, फिर मसलने लगा. बहुत ही नरम छातियाँ थी, बिलकुल मलाइ कोफ्ते थे. मैं उसको पीने लगा. २ पल के लिए लगा की मेरा बचपना लौट आया है, जब मैं छोटा था और अम्मी के दूध पीता था. मेरे दूध पीने से आलिया गर्म और चुदासी हो गयी. वो रम्भाने लगी. मैं जान गया की आज ये मजे से मुझे कह कहकर चूत देगी और किसी से कहेगी भी नही. मैंने जोर से अलिया के बाये मम्मे पर काट लिया. वो तड़प उठी. उसके स्तन पर मेरे दांत के निशाँन बन गए. फिर भी वो मुझसे अपना दूध पिलाती रही.
मैं जोर जोर से अपनी बहन की छातियाँ दबाता चला गया और पीता गया. हम दोनों जन्नत में घूम रहे थे. अपनी जवानी की दहलीज पर आकर बहन को देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही थी, अब मुझे चूत मारने के लिए कहीं और नही भटकना होगा. क्यूंकि चूत का इंतजाम तो मेरे कमरे में ही हो गया है. मेरी बहन आलिया मेरी आँखों में आँख डाल के दे रही थी. बीच में वो आँख मार देती थी. में जान गया की रोज चुदाई देखता था, आज करने का मौका मिलेगा. आलिया ने अपनी सलवार निकाल दी. अभी पिछले हफ्ते ही अम्मी उसके लिए मिकी मोउस वाली चड्ढी लायी थी, आलिया ने इस वक्त वही पहन रखी थी. उसकी मिकी मोउस वाली चड्ढी के उपर से ही उसकी चूत की दरार दिखने लगी. मुझे तो अंगराई आ गयी दोस्तों. मैंने उसपर से २ ४ बार चूत की दरारों की छुआ और चूम लिया.
कुछ देर तक सहलाता रहा. आलिया की चूत गीली होने लगी. वो अंगराई लेने लगी. कमर उथाने लगी. उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. पर मैं नही माना और जवानी की दहलीज पर आ चुकी अपनी बहन की मिकी मोउस वाली चड्ढी को मैं लगातार सुपाड़ी की तरह घिसता रहा. खुच देर बाद मैं ये देख के हैरान था की आलिया की चूत उसी तरह पानी चोद रही थी जैसे सबजी का मसाला भुजने पर तेल छोड़ देता है. आलिया मेरे हाथ को रोकने की असफल कोसिस करती रही, मैं उनकी चूत घिसता रहा. एक समय वो आया की आलिया बोली
भाईजान!! चोदना है तो अभी मुझे पटक के चोदो वरना दफा हो जाऊ, मेरी बुर इस तरह मत घिसो! वो बोली.
मैं समझ गया की लोहा गरम है. हथोड़ा मार दो. मैंने आलिया की भीग चुकी और गीली हो चुकी चड्ढी को उतार दिया. उसकी टांगे खोल दी. उसकी बुर पीने लगा. अब मेरी जवान हो चुकी बहन की जवान चूत मेरे सामने थी. उसकी चूत के होंठ में शुरू में ३ लाइन बनी थी. २ लाइन किनारे से थी और बीच की लाइन उसकी बुर में जाती थी. मैं उस बीच वाली पीने को पीने लगा. आलिया मचल गयी, कमर उपर उठाने लगी. कुछ देर बाद मैं लौड़ा उसकी बुर पर लगा दिया. आलिया टीवी की उस ब्लू फिल्म को देखने लगी, मैं हच से धक्का मार दिया. आलिया की गांड फट गयी. २ सेकंड के लिए मैं अपना लंड बाहर निकाला तो देखा मेरे लंड के टोपे में उसकी कुंवारी बुर का गाढ़ा खून लग गया था. फिर मैंने लंड अंडर उसकी चूत में डाल दिया और धीरे धीरे अपनी जवान बहन को चोदने लगा.
शुरू में वो आलिया को दर्द हुआ , पर जल्द ही उसको मजा मिलने लगा. आधे घंटे बाद तो खुशी से मुझसे चुदवाने लगी. मैं धिच्चिक धिच्चिक करके अपनी बहन को पेलने लगा. आलिया मेरे सामने अपने दोनों हाथ और दोनों पैरों को खोल के लेती थी. हम दोनों चुदाई की अनोखी सैर पर निकल गये थे. हम भाई बहन में चुदाई की ऐसी सरगम जमी की बस मत पूछिए. जहाँ एक ओर मेरी कमर डिस्को डांस कर रही थी, वही आलिया की कमर शिलपा शेट्टी जैसी नाच रही थी. आखिर इसे ही तो कहते है असली चुदाई. मुझे तो यही लड़ने लगा दोस्तों की अल्ला ताला ने मुझे ये मजबूत मोटा लंड अपनी बहनिया को पेलने के लिए ही दिया था. आलिया लेटे लेटे कमर नचा रही थी, जैसे उसमे स्प्रिंग लगा हो.
कुछ अंतराल के बाद मैं बड़ी जोर जोर से हुमक हुमक से उसको वहसी की तरह चोदने लगा. पट पट चट चट का शोर बजने लगा. डर लगा की कहीं अम्मी अब्बू ने हम भाई बहनों को चुदाई का खेल खेलते देख लिया तो क़यामत आ जाएगी. पर उपर वाले से साथ दिया. अम्मी अब्बू गहरी नींद में सो रहें और मैं धकाधक अपनी बहन को नंगा करके चोद रहा था.
मेरे ताबड़तोड़ बढते धक्कों ने आलिया की कमर उपर को उठ जाती थी. मेरा लंड उसकी बुर में पूरी तरह धस गया था. आज मैं उसकी बुर फाड़ के रख दी थी.आलिया खुद अपने मम्मो को जोर जोर से दबा रही थी. मैंने उसकी कमर को दोनों हाथों ने पकड़ रखा था. मेरी जोर दार धक्कों ने बहन का पूरा जिस्म काँप रहा था. उसमे झुरझुरी दौड़ रही थी. १ घंटे बाद मैं आउट हो गया. आलिया अभी १४ १५ साल की है, कभी प्रेगनंट ना हो जाए, इससे बचने के लिए मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया. फुच फुच मेरे माल की पिचकारी छुटने लगी और उसके उपर गिरने लगी. मेरा माल उसके मुह, नाक , मम्मो, गले, पेट, नाभि हर जगह गिरा. आलिया उसको ऊँगली में लेकर चाटने लगी. कुछ देर बाद मैं फिर अपनी बहन को चोदा.
उसके बाद तो दोस्तों, मैं बी ए तक अपनी बहन को रोज अपने कमरे में नंगा करके चोदता खाता रहा. कुछ समय बाद उसकी शादी हो गयी. अब तो मेरे दुल्हाभाई ही मेरी बहन को हर रात लेते है. दोस्तों, आपको अगर मेरी यह सच्ची कहानी पसंद आई है तो नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर अपनी कमेंट्स जरूर लिखे.