पापा के दोंस्तों से मैं इतना चुद गयी की खड़े होकर चल भी ना पाई
दोंस्तों मैं अंजली आपको आपनी रंगरलियों के बारे में बताना चाहती हूँ। मैं बचपन से ही बड़ी चुदासी थी। जब मैं 6 साल की ही थी तब मैंने एक दिन अपने बाप को मेरी माँ चोदते हुए देख लिया था, बस उसी दिन से मैं चूत और लण्ड के खेल के बारे में जान गई थी। धीरे धीरे मैं जैसे … पूरी कहानी पढ़ें