दोस्तों आज की कहानी तो मस्त है. ऐसे तो नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे हरेक कहानी मस्त होगी है. पर आज जो कहानी सूना रहा हु, ऐसा कम मिलता है. आपने में से कई लोग, बहुत सारे औरतों से रिश्ता बनाया होगा, चोदा होगा, चूत चाटा होगा, या तो आपके उम्र की होगी या आपसे कुछ साल छोटी या तो कुछ साल बड़ी, पर ऐसा कम ही हुआ होगा की आपने अपनी उम्र के ३ गुणा से बड़ी औरत को चोदा होगा. आज मेरे पास ऐसी ही सनसनाती हुई कहानी है. मैं आपको यकीन दिलाता हु की आपको मेरी ये कहानी बहुत ही ज्यादा हॉट लगेगी.
मैं दिल्ली में रहता हु, मेरे घर के बगल में ही एक बूढी अम्मा रहती है, उनके साथ उनका एक बेटा रहता है, वो भी हमेशा दिल्ली से बाहर रहता है, क्यों की उसका टूरिंग का जॉब है. बूढी अम्मा को देख कर लगता है की ये जवानी में कैसी लगती होगी. अभी भी सुंदरता बरक़रार है. बहुत ही ज्यादा हॉट लगती है. सुंदरता अभी तक है, गालों पे लालिमा है, होठ अभी भी गुलाबी है, थोड़ी झुक जरूर गई है पर उनके शारीर का सारा अंग अभी भी जवान लगता है. मैं उनके अम्मा कहता हु, वो मेरे फ्लैट पे अपना मोबाइल रिचार्ज कराने आती है. क्यों की मैं अपने मोबाइल से कर देता हु, नहीं तो उनको बाहर जाना होता, तो मुझे लगता था की क्यों ना मैं इनको हेल्प कर दू. दोस्तों पहले मैं आपको अपने बारे में बता दू, मेरा नाम रौनक है. मैं 26 साल का हु, इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा हु, मैं अकेले ही रहता हु, मैंने स्कूल टाइम से अब तक करीब १० औरतों और लड़कियों को चोद चूका हु, मुझे काफी अच्छा लगता है सेक्स करना. पर ये जो मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे कहानी सूना रहा हु, ये और भी ज्यादा हॉट है. क्यों की मुझे आज तक ऐसा माल चोदने को नहीं मिला था.
कहानी की शुरुआत यहाँ से होती है. एक दिन शाम को अम्मा घर पर आई थी, बेल्ल बजे तो मैं दरवाजा खोल, तो मैंने नमस्ते किया, और वो बोली बेटा पीछे बार भी तूने सौ रूपये का रिचार्ज किया था, वो ले लो और इस में २०० का रिचार्ज और कर दो. अपना मोबाइल दिखते हुए बोली. मैंने कहा हां हां आइये अंदर आइये, उनको मैंने बैठने को कहा और फिर पानी ला के दिया, फिर मैंने कहा अम्मा मैं चाय बनता हम तो वो कहने लगी नहीं नहीं अभी पि कर आये है. मैंने कहा अगर आप पियोगे तो मैंने भी पि लूंगा, कब से पिने का मन कर रहा था पर आलस के चलते नहीं बनाया, तो अम्मा कहने लगी. अरे शादी कर ले, बहु भी साथ रहेगी और तुम पढाई करना. हम लोग के जवने में ही सही था पहले शादी बाद में सब कुछ. मैंने कहा अम्मा आप लोग का जवाना अलग था, अब जवाना बदल गया है. तो अम्मा बोली हां ये बात तो है.
अम्मा बोली : लेकिन एक बात है रौनक, आज कल लोग जल्दी शादी क्यों नहीं करता है बताऊँ
मैं: हां अम्मा बताओ बताओ?
अम्मा : अरे आज कल तो चाहे लड़का हो या लड़की सब कुछ पहले ही कर लेते है.
मैं: सब कुछ क्या अम्मा जी
अम्मा: अरे सब कुछ मतलब, साथ बैठना
मैं: अम्मा साथ तो सब बैठते है.
अम्मा: अरे वो बैठना नहीं
मैं: कौन सी बैठना
अम्मा: अरे साथ सोना, तू पागल है, इतना बड़ा हो गया है और तुम्हे बैठना नहीं पता है.
मैं: अम्मा जी ये सब कोड बर्ड नहीं पता चलता है. साफ़ साफ़ बोलो ना.
अम्मा : अरे वो जो एक पति पत्नी करते है. तुम लोग जो आजकल……
मैं: क्या अम्मा जी. आज कल जो तुमलोग सेक्स कहते हो.
और इतना कहते ही अम्मा जी अपने साडी के पल्लू से मुंह ढक ली और हसने लगी. मैंने कहा हां ये बात तो सही है अम्मा जी पर मैं ऐसा नहीं हु. तो अम्मा बोली तुम कैसा हो. तो मैंने कहा आज तक मैंने ये सब नहीं किया है, मुझे तो कुछ भी नहीं पता, आपको तो पता है मैं झूठ बोल रहा हु, अम्मा बोली नहीं नहीं जमाने की हिसाब से करना चाहिए. तो मैंने कहा क्या करूँ मेरी तो कोई फ्रेंड नहीं है, अगर दिल्ली में कोई फ्रेंड है तो आप हो. तो अम्मा बोली अच्छा तो मैं तेरे साथ बैठू, तो मैंने कहा बैठे तो हो. तो अम्मा बोली अरे पागल ये बैठना नहीं. मैं रही बुढ़िया वो भी 65 साल से ज्यादा ही उम्र हो रहा है. पता नहीं 70 भी पार हो गया होगा. तो मैंने कहा अम्मा जी अभी भी आप बहुत अच्छे लगते हो. तो अम्मा जी बोली इसका राज है बेटा ऐसे नहीं लगती, मैंने कहा क्या राज है. तो अम्मा कहने लगी. देख मेरे पति जब मैं २५ साल की थी तब ही उनका देहांत हो गया उस समय एक ही बच्चा था, मेरे शारीर का ज्यादा यूज़ नहीं हुआ, कोई भी औरत का शारीर कब ख़राब होता है जब उसका पति उसके साथ रोज रोज सेक्स करता हो या तो बहुत बच्चा होता हो. मैं तो हैरान रह गया दोस्तों अम्मा अब साफ़ साफ़ बोलने लगी.
मैंने कहा अच्छा तो ये बात है, मैंने कहा अम्मा जी आप मुझे ये बताओ क्या कभी आपको मन नहीं किया? तो अम्मा बोली मेरे जवान में तो लोगो की बहुत निगाह होती थी. की बिधवा के घर कौन आ जा रहा है. पर आजकल तो कोई भी नहीं रुकता चाहे बिधवा हो चाहे कोई और औरत हो. आजकल तो बहुत कुछ सुनने को मिलता है. मैंने कहा अब मन करता है. तो अम्मा बोली अब क्या मन करेगा, तभी अम्मा बोली, तू क्यों पूछ रहा है ये सब बात कही तेरा दिल तो मेरे पे नहीं आ गया? मैंने कहा हां अम्मा जी ऐसा ही लग रहा है. अम्मा बोली अच्छा, और वो शांत हो गई. चुपचाप, मैंने कहा क्या हुआ अम्मा जो. वो अपना सर झुक ली और बोली इस उम्र में. मैं समझ गया आज इस बुढ़िया को चुदने का मन कर रहा है. और मुझे भी काफी दिन से कोई चूत नहीं मिला था मैंने सोचा क्यों ना हाथ साफ़ कर लु.
अम्मा बोली एक काम कर दरवाजा ठीक से लगा ले. तूने बस सटा दिया था. मैंने कहा हां हां, और जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. अम्मा बोली मुझे भी मन कर रहा है. पर तुम ये बात किसी को बोलना है प्लीज. मैंने कहा अम्मा जी आप चिंता नहीं करो, अम्मा जी कमरे में आ गई और मैं भी पीछे पीछे आ गया. मैंने उनको पकड़ कर लिया और उनके चूचियों पे हाथ रख दिया. ओह्ह्ह माय गो. गोल गोल गजब का था यार फिर मैं उनका साडी हटा दिया और ब्लाउज का हुक खोल वो अंदर ब्रा नहीं पहनी थी. गजब का था उनका चूक दोस्तों . ऐसा लग रहा थाई की जवान लड़की का चूच हो. मैं दबाने लगा और पिने लगा. अम्मा बोली धीरे धीरे करना. मैंने उनके चूच को दबा दबा कर मुंह में लेने लगा और पिने लगा. उनके निप्पल को दांत से काटने लगा. वो धीरे धीरे अपने मुंह से आह आह आह की आवाज निकलने लगी. फिर मैंने उनके होठो को चूसना शुरू किया और गाल पे दांत से काटना शुरू किया अम्मा भी मेरे फेस को पकड़ कर मुझे चूमने लगी. और फिर मैंने उनका पेटीकोट उतार दिया.
ओह्ह्ह्ह गजब का चूत था. दोनों साइड से सटा हुआ, चीरने के बाद भी अंदर दिखाई नहीं दे रहा था. अंदर का छेड़ सट गया था. कौन की करीब ४० साल से इनकी चुदाई नहीं हुई थी. मैं तो धन्य था की एक बूढी औरत को चोदने बाला था जिसका चूत एक जवान लड़की से भी बढ़िया था. बाल नहीं तो चूत पे, मैं उनके पैरो को अलग अलग कर के जीभ से उनके चूत को चाटने लगा. वो भी चटवाने लगी. वो कह रही थी और चाट और चाट ऐसा तो मेरे पति भी कभी नहीं चाटे थे. तो मैंने कहा हां अम्मा जी आजकल तो चोदने से ज्यादा चूत चाटा जता है. अम्मा बोली ठीक है अब तू चाटा करना ऐसे मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है. और फिर अम्मा बोली एक काम कर कल से खूब चाटना पर आज मुझे तेरे लण्ड अपने चूत में जल्द चाहिए. मैंने कहा ये लो. मेरा लण्ड, और में अपना जांघिया खोल दिया और अपना मोटा लण्ड अम्मा के चूत के ऊपर रखा, पर दोस्तों अंदर जा ही नहीं रहा था और कभी मैं अंदर जोर से डालने की कोशिश करता भी तो वो निकालने के लिए कहती, क्यों की उनको काफी दर्द हो रहा था.
फिर में वेसलिन लगाया अपने लण्ड पे और उनके चूत पे भी और धीरे धीरे कर के अंदर घुस दिया. अम्मा अब धीरे धीरे गांड उठा उठा के चुदवाने लगी. और मेरे होठ को चूसने लगी. उनकी चूचियाँ मेरे सिने से चिपक रहा था और मैं भी अपने लण्ड को उनके चूत में डाले जा रहा था. फिर अम्मा जी को जोश आ गया और वो जोर जोर से गांड उठने लगी. और चुदवाने लगी. मैं भी पुरे जोर से उनके चूत में अपना लण्ड पेलने लगा. फिर अम्मा जी बोली अब तुम लेट जाओ. मैं लेट गया और अम्मा जी उठा कर बैठ गई मेरे लण्ड पे और मेरा पूरा लण्ड अपने चूत में डाल ली. अब वो गांड उठा उठा कर लण्ड को अंदर बाहर करने लगी. उनकी चूचियाँ फुटबॉल की तरह हिल रहा था और मुंह से आह आह आह आह निकाल रही ही. मैंने भी निचे से धक्का लगाने लगा. और फिर अम्मा जी शांत हो गई एक लम्बी सांस लेते हुए और जोर से आह आह आह की, में समझ गया की ये झड़ रही है. फिर मैं भी तिन चार धक्के लगाया और पूरा माल उनके चूत के अंदर ही छोड़ दिया. अम्मा जी बोली डरने की कोई बात नहीं अब मेरा मासिक धर्म नहीं होता है. मैं माँ नहीं बन सकती.
फिर ये रिश्ता करीब तिन साल तक चला था. फिर मैं पूना आ गया, अब तो रात में बस फ़ोन पे गन्दी गन्दी बातें होती है. पर अब मेरी शादी भी होने बाली है. पता नहीं आगे क्या होगा.