Sas Damad Sex Story : सभी लंड धारियों को मेरा लंडवत नमस्कार और चूत की मल्लिकाओं की चूत में उंगली करते हुए नमस्कार। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सभी को अपनी स्टोरी सुना रहा हूँ। मुझे यकीन है की मेरी सेक्सी और कामुक स्टोरी पढकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाएगे और सभी चूतवालियों की गुलाबी चूत अपना रस जरुर छोड़ देगी।
मेरा नाम दिवाकर ओबेरॉय है। मैं दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में रहता हूँ। मेरी शादी को 2 साल हो गये है पर मुझे नही मालुम था की बीबी के साथ साथ अपनी सास को चोदने खाने का मौका मुझे मिल जाएगा। दोस्तों जब कोई मर्द बहुत ठरकी मन वाला होता है तो उसे उसी तरह के रिश्तेदार भी मिल जाते है। ऐसा ही मेरे साथ हुआ। मेरी शादी ऐसे घर में हुई जहाँ पर सास बहुत चुदासी टाइप की औरत थी। वो देखने में बहुत सुंदर लगती थी। और कई बार तो देखने में मेरी बीबी की छोटी बहन जैसी लगती थी। मेरे ससुर का देहांत हो चूका था। इसलिए सास को काफी छूट मिल चुकी थी। वो रोज नये नये डिजाइन वाले कपड़े पहनती और रोज ही पार्टी करने जाती थी।
मुझे किसी ने बताया था की उसने कई क्लब ज्वाइन कर रखे थे जहाँ पर वो बाहर के मर्दों से मिलती थी और सिगरेट शराब पीती थी। उनसे चुदा लेती थी। मेरे ससुर जी मरते समय अपनी सारी सम्पत्ति मेरी सास के नाम कर गये थे। इसलिए उसके पास बहुत पैसा था। उसके कई मर्दों से चुदने वाली बात मुझे कई लोगो ने बताई थी। पर मुझे यकीन नही हो रहा था। पर एक दिन मैंने अपनी आँखों से देख लिया। मेरा एक दोस्त मुझे उसी क्लब में ले गया था। वहां पर मैंने अपनी सास को एक मर्द से साथ चुदाते पकड़ लिया था। पर मैंने कुछ नही बोला। कुछ दिन बाद मुझे बिजेनस में कुछ लोस हो गया था। मुझे 5 लाख रूपये की सख्त जरूरत थी। मेरी बीबी ने मेरी सास को काल किया। उसने मुझे बुलाया। मैं अपनी कार लेकर ससुराल चला गया। घर में सिर्फ मेरी सास थी। ये कहानी आप नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं
वो गुलाबी साड़ी में लिपटी हुई थी। नई साड़ी में चमक रही थी। उन्होंने अच्छी तरह से मेकअप कर रखा था। होठो पर लिपस्टिक चमक रही थी। रोस पिंक लिपस्टिक में मेरी सास काफी सेक्सी माल दिख रही थी।
“हेलो मम्मी जी! आप कैसी है??” मैंने कहा
“आओ आओ दामाद जी!! आपके पैसे तैयार है” उन्होंने पैसे से भरे सूटकेश की तरह इशारा किया
“ओह्ह थैंक्स!! आप कितनी अच्छी है मम्मी जी” मैंने कहा
वो मेरे पास चलकर आई और मेरा हाथ पकड़ लिया। उसी वक्त मेरी सास ने अपने सीने से साड़ी का पल्लू हटा दिया। उनकी 36” की बड़ी बड़ी चूचियों के दर्शन हो गये मुझे।
“दमाद जी क्या लोगे ?? ठंडा या कुछ गर्म???” वो अपनी बड़ी बड़ी कसी कसी चूचियों की तरह इशारा करके कहने लगी
मैं तो सकपका गया।
“क्या कह रही है आप???” मैं हकलाकर पूछने लगा
“जादा अनजान मत बनो। उस दिन क्लब में तुमने मुझे गैर मर्द से चुदाते हुए देख लिया था। तुमने ये बात मेरी बेटी को नही बताई। इसलिए मैं तुमको अपनी जवानी गिफ्ट करना चाहती हूँ” सास बोली और मेरे हाथ को पकड़कर अपने बड़े बड़े दूध पर रख दिया। आज उन्होंने हाफ स्लीव्स वाला ब्लाउस पहन रखा था जो डीप नेक था। सासु माँ की सफ़ेद चूचियों मुझे ठीक सामने दिखाई दे रही थी। देखकर ही मेरा लंड खड़ा हो गया।
“मम्मी जी!! क्या सच में आप मुझे अपनी चूत मारने को देंगी??” मैंने पूछा
“रुको!! अभी तुमको यकीन हो जाएगा” वो बोली और जाकर मेन गेट बंद कर दी
मेरे सामने उन्होंने अपनी साड़ी उतार दी। वो गुलाबी पेटीकोट और ब्लौस में आ गयी। मुझे हाल में लेकर सोफे पर बैठा दिया। उन्होंने मेरे पेंट की चेन खोली और लंड को बाहर निकाल लिया। फिर मेरे लंड को फेटने लगी। मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….”” करने लगा।
“मम्मी जी!! आप तो बहुत फ़ास्ट है” मैंने कहा
उन्होंने मेरी पूरी पेंट ही उतार दी। मेरे 10” लंड को पकड़कर जल्दी जल्दी मुठ देने लगी। फिर चूसने लगी। मुझे यकीन नही हो रहा था की आज मैं अपनी सेक्सी जवान सास को चोदने वाला हूँ। जब तक मैं कुछ सम्हल पाता उन्होंने मेरा लंड चूस चूसकर मोटा बना दिया। इतनी जल्दी जल्दी मुठ दे रही थी की मेरा लंड काफी मोटा हो गया। वो मुंह में लेकर चूसने लगी। उनकी रोस पिंक कलर की सेक्सी लिपस्टिक मेरे लौड़े पर लग गयी। वो अपने रसीले होठ से चूस रही थी। मैं स्वर्ग का मजा ले रहा था। कुछ मिनट बाद मेरा लंड तैयार था।
“बोलो कैसा मजा लोगे दामाद जी???” मेरी सास पूछने लगी
“जैसे आप देना चाहो” मैंने कहा
फिर उन्होंने मेरे सामने ब्लाउस उतारा। ब्रा उतारी और नंगी हो गयी। दोस्तों आप लोग यकीन नही करेंगे मेरी सास मेरी बीबी से भी अधिक गोरी और चिकने बदन वाली थी। उनकी चूचियां आज भी रसीली थी। बड़ी बड़ी 36” की चूचियां थी जो काफी कड़ी कड़ी थी। लूज वाली कंडिशन में नही थी।
“सोफे पर लेट जाओ दमाद जी और मजा लो आराम से” वो बोली
मैं लेट गया। उन्होंने अपनी दोनों चूची को पकड़ा और उसके बीच में मेरे 10” लौड़े को दबा लिया और चूची से पकड़कर मुठ देने लगी। मैं सिर्फ “ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” ही बोल सका। क्यूंकि मुझे बहुत अधिक आनन्द की प्राप्ति मिल रही थी। उनकी सॉफ्ट सॉफ्ट मलाई जैसी चूची मेरे लंड को फेट रही थी। काफी देर ऐसा अद्भुत मजा उन्होंने मुझे दिया। फिर पेटीकोट पेंटी भी उतार डाली। नंगी होकर मेरी शर्ट को उतरवा दी। फिर मेरे लंड पर आकर बैठ गयी। अपनी चूत के छेद में मेरे लंड को पकड़कर डाल ली। फिर मजे से बैठकर चुदाने लगी। वो फटके देने लगी और उछलने लगी। मेरी जवान सास मेरे साथ सम्भोग करने लगी। अपनी गांड को उठा उठाकर सेक्स करने लगी। खूब आनन्द लेने लगी।
“आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….सासू माँ आप तो किसी नई लड़की की तरह चुदा रही है” मैंने कहा
उन्होंने मेरे गाल पर दो चांटे मार दिये।
“मेरी बुर में इतनी गर्मी है की 4 4 मर्दों से एक साथ चुदवा लूँ” सासू माँ कहने लगी
उनके बाद उन्होंने मेरे लंड पर सैकड़ो बार कूद कूदकर चुदवा लिया। मेरे दोनों हाथो को पकड़ के अपने मस्त मस्त मुलायम चूतड़ पर रख दिया और दबाने को कहने लगी। फिर मैं भी शुरू हो गया। उनकी गांड दबा दबाकर मैंने उनको चोदा। मेरी जवान सास ने आधे घंटे मेरे लंड की सवारी की। जैसे कोई लड़की घोड़े पर चलकर खुले मैदान में घुड़सवारी का आनन्द लेती है उसी तरह से उसने भी किया। काफी चुदाई का कारनामा होने के बाद भी मैं नही झडा। मैंने सोचा की जब मेरी सास इतनी सेक्सी औरत है तो क्यों न उससे लंड चुसाया जाए। मैं सोफे से उठ गया और सास को सोफे पर बिठा दिया।
“इसे आप अच्छे से चूस डालिए मम्मी जी” मैंने कहा और उसके गालो पर लंड लगाने लगा।
दोस्तों मेरा लंड काफी मोटा और लम्बा दिख रहा था। किसी हब्शी के लौड़े की तरह बेहद शानदार दिख रहा था। वैसे ही 10” का लौड़ा काफी शानदार होता है।
“दामाद जी!! आज मैं तुम्हारे लौड़े को इतना चूसूंगी की तुमको जन्नत दिख जाएगी” सास बोली
उसके बाद जो मेरे काले कलूटे हब्शी जैसे लौड़े को पकड़ ली और खूब फेटने लगी। खूब अपने गोरे गोरे गालो पर रगड़ने लगी। उन्होंने लंड से अपने चेहरे को कामुक अंदाज में पीटना शुरू कर दिया। फिर पूरे चेहरे पर रगड़ने लगी। कुछ देर बाद मेरी जवान चुदक्कड सास ने मेरा लंड मुंह में लेकर चूसना शुरू किया। उनकी उँगलियाँ अपना जादू दिखा रही थी। मेरे खूबसूरत गुलाबी सुपारे को मुंह में लेकर चूस रही थी। जल्दी जल्दी फेट रही थी। मैं सिसक कर “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी… कर रहा था। सासू माँ मेरे 10” लम्बे लौड़े को गले तक उतारके पी रही थी। जल्दी जल्दी चूस रही थी। मुझे लग रहा था की आउट हो जाऊँगा।
“क्यों दामाद जी!! कैसी अनुभूति मिल रही है???” मेरी चुदासी सास पूछने लगी
“जन्नत है तो सिर्फ यही है….यही है ….यही है” मैंने कहा
काफी देर उन्होंने चूसा। मैं सोफे के सामने खड़े होकर लंड चुसवा रहा था। मेरी सास मेरी दोनों गोलियों को भी चूसने लगी। मैं पूरी तरह से उत्तेजित हो गया था। उसके बाद हम दोनों 69 वाले पोज में सोफे पर लेट गये। मेरी सास मेरा लंड चूसने लगी और मैं उनकी चूत। मैंने चड्डी उतारकर उनको नंगी बना दिया था।
“मम्मी जी!! आप इधर ही कुतिया बन जाओ” मैंने कहा
वो बन गयी। अपने सिर को नीचे सोफे पर टिका दी और अपनी गांड उपर को उठा दी। मैंने पीछे से उनकी मस्त मस्त बुर चाटना शुरू किया। मेरी चुदक्कड सास “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ…..” करने लगी। मैं जीभ लगा लगाकर उनकी गुलाबी बुर का रस चाटने लगा। उनके चूत के दाने को काट खाया। मम्मी जी के चूत के होटो को चबाया। ऐसा करने से वो पूरी तरह से गर्म हो गयी। मैंने लंड को पकड़ा और उनके फटे भोसड़े में घुसा दिया। मेरी सास अनेक मर्दों से चुदवाती रहती थी। किसी का लंड मोटा होता था किसी का छोटा। हर तरह का लंड मेरी सास से खाया था। इस वजह से उनकी बुर अच्छे से फट चुकी थी। मैंने कुतिया वाले पोज में उनकी चूत चोदना स्टार्ट कर दिया। मेरी सास चिल्ला चिल्लाकर चुदवा रही थी।
“मेरे प्यारे दमाद!! जल्दी जल्दी पेलो मुझे!! आज तुम अपने ससुर की कमी को पूरा कर दो!!” सास कहने लगी
मैंने उनकी बड़ी सी गांड पर चटाक चटाक हाथ से मारना शुरू कर दिया। मार मार कर चोद रहा था। उनकी बुर का छेद अभी भी काफी कसावट लिए हुए था जिससे मुझे सुखद यौन सुख की प्राप्ति हो रही थी। मैंने सास को कुतिया बनाकर खूब चोदा। वो “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ…ऊँ…ऊँ सी सी सी… हा हा.. ओ हो हो….” बोलकर चीखने लगे। फिर उनकी चूत में ऊँगली डालकर अंदर बहार करने लगा। ऊँगली से बुर खूब चोदी। फिर उनको सोफे पर सीधा लिटा दिया और चूत पर लंड रगड़ने लगा। काफी देर तक लंड से चूत को घिसा जिससे उनको बहुत मजा मिलने लगा। मेरी सास का पूरा बदन कांपने लगा। उनकी चूत में कामुकता की आग लग चुकी थी। मैं रुका नही। लंड के सुपारे से घिसता ही रहा। मेरी सास का पूरा बदन झटका मारने लगा।
“मेरे प्यारे दामाद!! मेरी जवानी का आज आनन्द उठा लो!! चोद लो मुझे तुम” वो कहने लगी
मैं अब लंड को पकड़कर चूत में धक्का मारा। लंड सटाक से अंदर चला गया। मैं उनको खाने लगा। मेरी सास बहुत सेक्सी चुदासी माल थी। 36 30 36 का फिगर था मेरी सास का। उसका बदन सच में चोदने खाने के लिए बना हुआ था। मैं जल्दी जल्दी उनकी चूत मारने लगा। मेरा लंड उसकी बुर की धज्जियाँ उड़ाने लगा। वो “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” बोलकर कमर और पेट उठाने लगी। मैंने उसी समय उनकी कमर को दोनों हाथो से पकड़ा और तेज तेज सोफे पर दबाकर चोदने लगा।
“हाय री!! मर गयी!! मर गयी आज मैं” ऐसा वो कहने लगी
मैं चूत में लंड की सप्लाई बनाये रखी जिससे सास को मजा मिलता रहे। उनके आनन्द में किसी तरह की कोई रुकावट न आये। मेरी सास अपनी दोनों चूचियों को जोर जोर से दबाने लगी। फिर निपल्स को मसलने लगी। उनकी हालत किसी रंडी की तरह हो गयी थी। मैं धूत में धक्का पर धक्का देता रहा। मैं रुका नही। मैंने 30 मिनट अपनी सास को सोफे पर लिटाकर चोदा। अब झड़ने वाला था।
“मम्मी जी!! माल निकल जाएगा। कहाँ निकालू??” मैंने कहा
“मेरी चूत की सूखी जमीन को गीला कर दो दामाद जी। मेरी बुर में ही माल निकाल दो” सास बोली
मैंने लंड को चूत के भीतर ही बनाये रखा। फिर झड़ गया। सास ने मुझे अपने उपर लिटा लिया और खूब प्यार किया। मुझे खूब किस किया। अपनी सास के साथ मेरी पहली चुदाई की प्रकिया पूरी हो गयी। उनकी चिकनी चमेली चूत में मेरा माल उसी तरह से भरा हुआ था जैसे कोई ब्रेड में मलाई भर देता है। तभी अचानक से मेरा सास की बगले (कांख) चाटने का दिल करने लगा क्यूंकि उनके हाथ भी बेहद खूबसूरत गोरे गोरे थे। मैंने उसके दोनों हाथो को उठा दिया और बगलों पर जीभ लगाकर चाटने लगा। वो “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” करने लगी। मैं जल्दी जल्दी उनके प्यार में पागल होकर उनके अंडरआर्म्स चाटने लगा।
वो अच्छी से उसे साफ़ किये हुई थी। कीसी तरह का बाल नही था उसपर। मैंने दोनों अंडर आर्म्स को मजे लेकर चाटा। मेरी सास फिर से गर्म हो गयी। मैं उठ खड़ा हुआ।
“मम्मी जी!! आपकी सेवा तो मैंने कर दी है। अब मैं चलता हूँ” मैंने कहा
“रुको!! इतनी जल्दी भी क्या है। ये तुम्हारी ससुराल है। इसे गैर मत समझो। मेरी चूत तो चोद ही चुके हो। अब गांड भी मार दो” मेरी चुदक्कड सास बोली
“बहुत बड़ी रंडी है तू!!” मैंने हंसकर कहा
“दमाद जी!! जिन्दगी का असली मजा सती सावित्री बनने में नही है। बल्कि चुदाने में मिलता है। आज मेरी गांड मारो अब” वो बोली और फिर से सोफे पर ही घोड़ी बन गयी।
मेरा भी दिमाग खराब हो गया। जब ये रंडी मुझे अपनी गांड फ्री में दे रही है की क्यों न ले लू” मैंने सोचा और फिर से कपड़े उतार दिए। मैंने सास की गांड को चेक किया और उसका दीदार किया। अच्छी कसी गांड थी। मैं जीभ लगाकर चाटने लगा। वो “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा…..” करने लगी। मैं जल्दी जल्दी कामुक अंदाज में गांड पीने लगा। साफ़ सुथरी चिकनी गांड थी मित्रो। मैं चाट चाटकर गर्म किया। फिर अपनी ऊँगली में ढेर सारा तेल लगा लिया और गांड पर भी तेल की मालिश कर दी। जल्दी जल्दी ऊँगली करने लगा। सासू माँ जन्नत का मजा लेने लगे। कसी गांड मेरी ऊँगली को प्लास की तरह जकड़ लेती थी।
मैं धीरे धीरे अंदर की गुफा में बढ़ने लगा और काफी गहराई तक ऊँगली करने लगा। ऐसी सेक्सी काम से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था। मैं 10 मिनट जल्दी जल्दी ऊँगली की सास को घोड़ी बनाकर। दोनों चूतडों पर मैंने इस बीच अनेक बार किस किया। फिर अपने 10” लौड़े पर ढेर सारा तेल लगा लिया और सास की गांड में डाल दिया। किसी डौगी की तरह जल्दी जल्दी उनकी गांड मारने लगा। वो “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” की तेज आवाजे निकालने लगी। मेरे लंड को काफी कसावट मिल रही थी क्यूंकि चूत के मुकाबले गांड बहुत कसी होती है। मैं जल्दी जल्दी सास की गांड मारी। 25 मिनट उनकी गांड चोदी फिर दोनों सफ़ेद सॉफ्ट चुतड पर मुठ मारके माल गिरा। अब जब भी ससुराल जाता हूँ सास को जरुर चोदता हूँ। आपको स्टोरी कैसी लगी मेरे को जरुर बताना और सभी फ्रेंड्स नई नई स्टोरीज के लिए नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पढ़ते रहना। आप स्टोरी को शेयर भी करना।